शरीर को स्वस्थ रखने, बुद्धि को विकसित करने ,दीर्घायु प्राप्ति एवं सुखमय जीवन के लिए जूस का उपयोग करें।
1. जूस से शरीर के लिए पोषक तत्व काफी मात्रा में मिल जाते हैं। अग्नि का संपर्क ना होने के कारण पोषक तत्व सुरक्षित रहते हैं।
2. जूस स्वस्थ व्यक्ति के लिए टॉनिक में अस्वस्थ व्यक्ति के लिए दवा का कार्य करता है।
3. जूस के पचाने में पाचन क्रिया को बहुत कम शक्ति खर्च करने पड़ती हैं व समय भी कम लगता है। ऐसे रोगी जिनकी पाचन शक्ति फल तथा अन्य किसी वस्तु को नहीं पचा सकती रोगी व्रत उपवास भी नहीं कर सकता ऐसे अवसरों पर जूस का प्रयोग अमृत का काम करता है।
4. बुखार, जुखाम ,हार्ट, ब्लड प्रेशर, टी. बी., एड्स,कैंसर के रोगियों को जूस देना अमृत देना है।
5. जिन व्यक्तियों के दांत अच्छे नहीं है या कृत्रिम है या नष्ट हो गए हैं वह फल सब्जियों का जूस ले सकते हैं।
6. सलाद को चबाकर खाने में समय लगता है, आराम से भोजन करने का अवकाश ना मिलने पर सलाद के सारे पोष्टिकांश जूस से प्राप्त सकते हैं।
7. पेट या आंतों में वर्ण या सूजन हो तो वह फल सब्जियां खा नहीं सकते पर जूस पी सकते हैं इसमें रगड़ने वाला फुजला नहीं रहता। यह बहुत ही आरामदायक वह गुणकारी होता है।
8. अधिक मात्रा में फल सब्जियां खाई नहीं जा सकती लेकिन उतनी ही अधिक मात्रा में फल सब्जियों का जूस ले सकते हैं। केवल सेल्यूलोज रह जाता है। खनिज लवण व विटामिंस रहित फल सब्जी के जूस शरीर के कोषों को सुदृढ़ बना देते हैं। इस प्रकार शरीर में बहुत कम समय में ही वीर्य बन जाता है।
9. नन्हे –मुन्नो के लिए जूस बहुत ही अच्छा है, क्योंकि बच्चे अन्न,फल, सब्जी नहीं खा सकते ,लेकिन जूस पी सकते हैं। यह शीघ्र हजम हो जाता है, इससे बच्चों के स्वस्थ में प्रगति होती हैं।
10. जो उस बढ़ने वाले बच्चों के लिए भी अच्छा होता है क्योंकि ग्रंथियों के विकास में सहायक होता है।
11. वृद्धों को शक्ति प्रदान करने में, कब्ज तथा पथरी निवारण में जूस बहुत ही उपयोगी है।
12. गर्भवती महिलाओं के लिए भी जूस अत्यंत हितकर है। गर्भावस्था बच्चा भी जूस के उपयोग से सुंदर बनने लगता है। महिला को सहज में पूर्ण पोषक तत्व मिल जाते हैं।
13. जूस में इंसुलिन की तरह तत्व होता है। ककड़ी ,खीरा तथा प्याज के जूस में वह हार्मोन होता है जो इंसुलिन उत्पन्न करने के लिए कलम के कोच के लिए आवश्यक है लहसुन, प्याज टमाटर के जूस में कीटाणु नाशक तत्व होते हैं। सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि फल ,सब्जियों के जूस का प्रतिदिन उपयोग करने से बच्चे,वृद्ध और रोगी तथा निरोगी सभी को निश्चित रूप से लाभ होता है। शरीर की अनगिनत कोशिकाओं के लिए आवश्यक निर्माण सामग्रियां जूस के द्वारा पहुंचाई जाती है।
तनाव दूर करे
कभी-कभी ऐसा होता है कि हम जो भी काम करते हैं उसमें विफलता ही हाथ लगती हैं। मन पिछली बातों को सोच कर निराश हो जाता है। आगे के काम भी निश्चित ही बिगड़ने लगते हैं। अतः पिछली गलतियों से शिक्षा लेकर उत्साहित मन से काम करें। सफलता अवश्य मिलेगी।
अशांत या बेचैन मन को शांत करने के लिए सबसे पहले उस जगह को छोड़ दें जहां आप बेचैनी का अनुभव कर रहे हैं लेकिन एकांत तलाश ना कर, मन कहीं और लगाने की कोशिश करें। पसंदीदा संगीत नजदीकी दोस्त और छोटे बच्चे के साथ कुछ पल गुजारे। आपको सुकून का अनुभव होगा।
लेट जाएं और आंखें बंद कर ले। अब लंबी लंबी सांसे ले और छोड़े। सांस लेने और छोड़ने की इस प्रक्रिया को 5 मिनट तक अनुभव करें। फिर अपने पसंद के गीत को या तो खुद गुनगुनाए या फिर म्यूजिक सिस्टम ऑन कर दें। एकांत में बैठकर अपने बचपन की मजेदार शरारतों और दिलचस्प प्रसंगों को याद करें। मन मस्तिष्क में जब बचपन की खट्टी मीठी स्मृतियां ताजा होंगी तो आप भी तरोताजा अनुभव करेंगे। महत्वकांक्षी और यशस्वी होने की इच्छा तो स्वभाविक है लेकिन अतिश्य लोग मनुष्य के पतन का कारण भी बन जाता है।
।। ।धन्यवाद। ।।
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